सीने में जामा बलगम या फिर सीने में जामा हुआ गम या फिर सीने में जामा हुआ गम का “चाटी में जामा हुआ गम” या “सीने की बन्दी” यह एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो सर्दी, बुखार या अन्य श्वसन पथ के संक्रमण के कारण हो सकती है। सीने में बलगम की बढ़ती मात्रा और उसके सन्दर्भ के कारण इसे “सीने में जमी बलगम” कहा जाता है। यह स्थिति व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई महसूस कराती है और सांस लेते समय सांस लेने की आवश्यकता बढ़ जाती है। सीने में बलगम या कफ के जमाव के लिए 10 प्राकृतिक घरेलू उपचार बतने ज रहे है | Home remedies for chest congestion
यहां कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं जिनकी वजह से छाती में कफ जमा हो सकता है:
1. सर्दी: वायरस या बैक्टीरिया के कारण होने वाली सर्दी के दौरान, शरीर श्वसन पथ से लड़ने के लिए कफ पैदा करता है। यह बलगम गाउन में सूजी हो सकती है
2. धूल या धूप का प्रभाव: धूल या धूप के कारण भी छाती में कफ बन सकता है, जिससे वह छाती में जमा हो जाता है।
3. धूम्रपान: धूम्रपान करने से कफ बनने का खतरा कम हो जाता है।इस स्थिति के सामान्य उपचार में आमतौर पर गर्म जलपान, पीने का पानी और दवाओं का उपयोग शामिल होता है। यदि यह समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना उचित हो सकता है।
लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
1.कब्ज: यहछाती में जमाव के साथ होने वाला एक सामान्य लक्षण है, जो विशेष रूप से रात में बढ़ सकता है।
2. सांसलेने में कठिनाई: व्यक्ति अपनी सांस लेने के लिए पूरी तरह से प्राकृतिक तरीके से सांस नहीं ले पाता है।
3. भथायतिभारीपन: सीने में भारीपन महसूस हो सकता है, जिससे व्यक्ति असहज हो जाता है।
4. चेस्ट कंजेस्टन (chest congestion) : एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो सीने में बलगम या कफ के जमाव के कारण हो सकती है। यह समस्या जुकाम, ठंडी बुखार, और वायरल इंफेक्शन के कारण हो सकती है, जिससे व्यक्ति को असहजता महसूस होती है। यदि आप इस समस्या से गुजर रहे हैं और घरेलू उपायों की तलाश कर रहे हैं, तो नीचे दिए गए 10 उपायों को अध्ययन करें
यह स्थिति आमतौर पर सामान्य होती है और इसे आमतौर पर घरेलू उपचार और दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है। हालाँकि, यदि लक्षण बने रहते हैं या गंभीर हो जाते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
सीने में बलगम या कफ के जमाव के लिए 10 प्राकृतिक घरेलू उपचार
1. गरम पानी और नमक:
गरम पानी और नमक का उपयोग चेस्ट कंजेस्टन के लिए एक प्रमुख घरेलू उपाय है। एक कप गरम पानी में एक छोटी सी चम्मच नमक मिलाकर इसे अच्छे से मिला लें। इस मिश्रण को गरारे के रूप में कुछ बार करने से सीने में जमे कफ को निकालने में मदद हो सकती है। नमक की गरमी से बलगम का तैरा चिढ़ा पिघलता है, जिससे सीना साफ होता है।
2. अदरक का रस:
अदरक का रस एक अन्य प्रभावी घरेलू उपाय है जो सीने की जमी हुई बलगम को निकालने में मदद कर सकता है। एक छोटा टुकड़ा अदरक को कुदरती रूप से काटकर उससे रस निकालें। इसमें एक छोटी सी चम्मच शहद मिलाकर इसे लेने से सीने में जमे कफ को निकालने में मदद हो सकती है।अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से यह सूजन को कम कर सकता है और शहद का मिलावट करने से यह गरमी प्रदान करता है जिससे सीने में राहत मिलती है।
3. तुलसी का चाय:
तुलसी की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं,जो सीने की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक पनी में पानी उबालें और उसमें कुछ तुलसी की पत्तियां डालें। इस चाय को पीने से सीने में जमे कफ में आराम मिल सकता है।
4. लौंग:
लौंग में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर कते हैं। एक लौंग को कुदरती रूप से चबाकर सेवन करना सीने में जमे कफ को निकालने में मदद कर सकता है।
5. हल्दी और दूध:
हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक छोटी सी चम्मच हल्दी को गरम दूध में मिलाकर पीना सीने में जमे कफ को निकालने में सहायक हो सकता है। दूध का गरम होना सूजन को कम करने में मदद करता है और हल्दी के औषधीय गुण से राहत मिलती है।
6. अजवाइन का धुआं:
अजवाइन को एक तवे पर गरम करें और फिर इसका धुआं लें। यह सीने में जमे कफ को निकालने में मदद कर सकता है। अजवाइन के बूंदें सूजन को कम करने में मदद करती हैं और सीने को साफ करने में सहायक हो सकती हैं।
7. मुलेठी का काढ़ा:
मुलेठी की जड़ों को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं। मुलेठी में ग्लाइसाइरिजिन होता है, जो बलगम को निकालने में मदद कर सकता है। इसे पानी के साथ मिलाकर सीने में जमे कफ को निकालने के लिए प्रयोग करें।
8. जैतून का तेल:
जैतून के तेल को सीने पर हल्के हाथ से मसाज करना सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। जैतून के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं और सीने को आराम पहुंचा सकते हैं।
9. धूप:
सुबह के समय सूर्य की किरणों में धूप लेना सीने में जमे कफ को निकालने में सहायक हो सकता है। धूप से मिलने वाले विटामिन डी और सूर्य की गर्मी से सीने की सूजन कम हो सकती है।
10.खांसी का सिरप:
खांसी का सिरप डॉक्टर की सलाह पर ही लें। यह सीने में जमे कफ को कम करने में मदद कर सकता है। खांसी का सिरप मौजूद थक्का कम करने में मदद कर सकता है और सीने में जमे कफ को निकालने में सहायक हो सकता है।
ये घरेलू उपाय सामान्यत:असरदार होते हैं, लेकिन यदि चेस्ट कंजेस्टन की समस्या लंबे समय से बनी रहती है या गंभीर होती है, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। विशेषकर, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सावधानी से इन घरेलू उपायों का इस्तेमाल करना चाहिए, और उन्हें चिकित्सक की सुरक्षा और मार्गदर्शन के साथ किया जाना चाहिए।